रविवार, 22 सितंबर 2013

कश्यप अथवा " कच्छप "

     यह सत्य है कि कश्यप शब्द की उत्पत्ति मह्रिषी कश्यप से नहीं हुई। मह्रिषी कश्यप ब्रह्मा से सम्बंधित हैं, और ब्राह्मण थे। कश्यप शब्द " कच्छप " का अपभ्रंश या ये कहा जाए कि उसका बिगड़ा स्वरूप है तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। हमारी पीड़ा अथवा अंधभक्ति आज भी यही है कि हम जिस किसी के नाम के आगे -पीछे कश्यप देखते हैं उसे अपनी जाति से संबद्द कर बैठते हैं। जबकि सत्यता में ऐसा होता नहीं। यदि आप किसी कश्यप गोत्रीय ब्राह्मण से परिचित होंगे तो वह भी अपने गोत्र का सम्बन्ध मह्रिषी कश्यप से जोड़े मिलेगा। ऐसे में स्थिति हास्यास्पद ही होगी।
    कुछ लोग महात्मा बुद्द से जुड़े लोगों को इसलिए अपना कह जाते हैं कि उनके नाम के आगे पीछे कश्यप है। जबकि सत्यता इसके बिलकुल विपरीत है।बुद्द के गुरु अलार कलाम और ४८३ इसवी में राजगृह में हुई बोद्द संगीति के अध्यक्ष महाकश्यप भी ब्राह्मण थे। ऐसे कुछ लोगों का नाम या तो कश्यप था अथवा वह अपने गोत्र का प्रयोग कर रहे थे। सवाल यह नहीं है कि हमें कश्यप उपनाम का उपयोग करना चाहिए अथवा नहीं। सवाल है कि हमारी जाति कश्यप है अथवा धीवर या अन्य कोई उपजाति। 900 इसवी पूर्व महाभारत काल में भी हमें शुद्र वर्ण में ही रखा गया है। रामायण काल में भी हम शुद्र वर्ण में रहे। यधपि हमारे समुदाय के कुछ जानकार कहते हैं कि हमारे लिए पंचम वर्ण था। रामायण में केवट स्वयं को पापी नीच कहता है। या तो यह कल्पना है अथवा पूर्ण सत्य। गीता में श्री कर्ष्णा वर्ण व्यस्था के विषय में उल्लेख करते हैं।
         मां हि व्यपाश्रित्य येअपि स्यु :पाप्योन्य :।
        स्त्रियों वैश्यास्तथा शुद्रस्तेअपि यान्ति परां गतिम्। ।
 
   स्पष्ट है कि उस काल में आर्यों द्वारा वर्ण व्यस्था ही बदस्तूर जारी थी। धीवर और उसकी उप जातियों में कश्यप उपनाम प्रचालन में था ही नहीं। ना ही इस नाम से कोई जाति वर्ण व्यवस्था में शामिल थी।कई बार हम बोलते हैं कि हिरन्य कश्यप हमारे पूर्वज रहे हैं। मगर जब इतिहास अथवा धर्म ग्रंथों का अध्यन करोगे तो पाओगे कि हिरन्य कश्यप एक नाम मात्र है। हिरन्य की तो कथा ही दूसरी है। हिरण्य का अर्थ होता है -सूत्रात्मा, प्रजापति ,ब्रह्मा। इसलिए उनके नाम के पीछे कश्यप शब्द देखकर उन्हें धीवर जाति से संबद नहीं कर सकते। "कच्छप " को कश्यप शीर्षक के रूप में केवल एकजुटता एवं एक छत के माध्यम रूप में उपयोग करना ही उर्पुक्त है। अन्यथा हमारे पूर्वजों ने जो पहचान हमें प्रदान की है भविष्य में उसे गौण होने में अधिक वक्त नहीं लगेगा। फिर रहा सवाल राजपूत के कार्य करने का। जब अपने समुदाय के पढ़े लिखे और समर्थ लोग स्वतंत्र होने के पश्चात भी समुदाय को ढंग से गौर्वंविंत नहीं कर पाए , उसकी आशा दरिद्र और दासताहीन समुदाय से कैसे की जा सकती थी।

24 टिप्‍पणियां:

  1. मुझे भी इसी बात को लेकर शंका थी और इस बात पर कश्यप कल्ब के ADMIN संजीव जी सर से मेरी बहस भी हुई थी। और ये 100% सही बात हैं की हमारा कश्यप ऋषि से कोई संबंध नही हैं हमारा संबंध कच्छप अर्थात कछुए से हैं।

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  2. Hamara aabhi kashyapo ka sanbandh kashyap rishi se h kyo ki ithash bhi yahi manta h kashyap rishi ke putra shri hirraksh kashyap jo ki hamare poorbaj h or poore visv par Raj karne bale Maharaja Bali bhi kashyap the aagar or jankari chahiye to mere pita shri Dr.nemsingh kashyap se le sakte h kashyap bhaiyo bramit Nahi ho ham Hi kashyap rishi ki olad h contact number h8006677001

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  3. भाईसाहब इतना ज्ञान माँ बाटें।
    हमारा सम्बंध कश्यप ऋषि से ही है..
    भरतिया इतिहास में कश्यप ऋषि से ही सृष्टि का जन्म माना जाता है..
    इर भारत के इतिहास में कोई जाती सर्वाधिक प्राचीन है तो है कश्यप।। ये आर्यों के आने से पहले से है और विज्ञान भी दूध कर चुका है कश्यप ही टैग्ज़ के मूल निवासी है जो कश्यप ऋषि से उत्पन्न है

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    1. Yaar e koi behrupiya hai. Apne cast or family se nhi hai bas badhkane k liye ye apna cast कश्यप rakha hai.. Jab ki sab jante hai bramin indian nhi hai DNA v unka bola hai to ye bramin leke jane kaha se aa gaya

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  4. ये कौन मुर्ख है जो महर्षि कश्यप के वन्श्जो का अपमान कर रहा है होलिका कौन थी बताओ ,प्रह्लाद कौन था बताओ ;मुर्ख मुर्ख ही रहता है जैसा इसका ब्लोगर जिसका ज्ञान नगण्य है इसइ तो अतीत में वापस भेजकर इसे सत्य से परिचित करो। ये अपने नाम के पीछे कश्यप लगाकर हमें भी धोखा दे रहा है ये किशी और वर्ण का है।

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  5. Kyun sir kya apko apki mummy nhi kabhi nhi bataya ki apke papa kaun the jo etna sach hum sabke bare me jante ho. Apka kya matlb hai hum sab bidesh se aaye hai. 😆😆😆😆😆

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  6. Agar apko jada pata hai Kashyap cast k bare me to bata do kashyap family aayi kaha se or sab kaha se aaye..

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  7. साले बेवकूफ है ये सुरेश भाई को गलत बताने वाले.
    सच बोलते है सुरेश जी

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  8. साले बेवकूफ है ये सुरेश भाई को गलत बताने वाले.
    सच बोलते है सुरेश जी

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  9. समस्या ये नहीँ है की हम किस जाति या समुदाय से हैँ
    समस्या ये है कि हम किसी भी बात पर एकमत नहीँ हैँ
    और जब तक हम सभी एकजुट होकर एकमत नहीँ होगेँ
    तब तक हम सभी किसी शोषण का शिकार होते रहेँगे

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  10. ये कौन है जो गाली देकर बात कर रहा है ।सीधा मतलब है कि ये हमे बहका रहा है । हम ज्यादा नहीं जानते सुरेश जी से इतना कहना चाहेंगे कि क्या आज कछुए से इन्सान पैदा कर सकते हो यदि नही तो गलत जानकारी मत दो ।
    कश्यप

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  11. कश्यप निषाद और आदिवासी में क्या अन्तर है

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  12. Kashyap logo ko ekjut hona chahiye warna ye sawarn hum par hamesha Raj karte rahenge. Ye log humse bahut nafrat karte hain.

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  13. Suresh nahi h ye magne khane wala h jo hame hamare samaj se bhatka rha h

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  14. महर्षि कश्यप सप्त ऋषि यों में एक थे परशुराम ने सारी सृष्टि जीतकर मेरे से कश्यप को दान में दी थी इसलिए महर्षि कश्यप सारी सृष्टि के मालिक भी है

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  15. Suresh Ji Aap bilkul Galat hain , Ye Hindustan hai , Jub Chakravarti Smrat Ashok Ka itihaas nahi milta to Kashyap Rajput ka kidhar se milega , ye Jo Aaj Raja ki Mohar lgwa ke baithe hain na Aadhe Babar ke paltu kutte hain or Aadhe Angrejon ke .. Dukh ki Baat ye hai ki Aap logon ko Kuchchh nahi pta apne bare main or post karte ho puri caste ko lekar ,

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  16. जितना पता हो उतना ही बताऔ हर जगह अलग उल्लेख दिया गया है पहले खुद जाने उसके बाद बोले किसी की न तो निन्दा करे और ना हि करवाये

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